Wednesday, August 7, 2019

प्रार्थना

ऊँ श्री विष्णुयाय नमः
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जय श्री हरि

हे दुःख हर्ता हे सुख कर्ता,
तुम हो जग के पालन कर्ता,
तुम कंस के लिए कृष्ण हो,
और रावण के लिए राम हो,
हिरण्याकुश के नरसिंह हो,
तो भस्मासुर के लिए मोहिनी हो।
दुष्टों के संहारक हो,
न जाने रूप तुम्हारे कितने हैं,
जो रूप याद किया जाता है,
उसी रूप में प्रकट हो जाते हो।
तुम लक्ष्मी पति हो स्वामी,
बलि के लिए रूप तुम्हारा वामन है,
अब याद हमें भी आते हो,
हे दुःख हर्ता हे सुख कर्ता,
तुम हो जग के पालन कर्ता।।





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