Saturday, August 31, 2019

प्यार हो गया

प्यार हो गया

                                                                       ----------------

Physical attraction

              

रीमा, राजकुमार से हद से ज्यादा प्यार करती थी। क्लास रूम हो या बाहर उसके ही ख्यालों में खोई रहती थी। ऐसा होता भी क्यों न राजकुमार नाम का ही राजकुमार नहीं था, देखने में भी राजकुमार था। गोरा-चिट्टा, लम्बा, घुंघराले बाल, बातचीत का सलीका, रहन-सहन, हँस-मुख सब अच्छाइयां तो थी उसके अन्दर। दोस्तों से घिरा रहता है, दोस्त तो दोस्त लड़कियां भी उसकी दीवानी रहतीं थीं, अमीर घर का लड़का है, राजकुमार सो पैसे भी दोस्तों के बीच खूब खर्च करता रहता था। ऐसा नहीं कि लड़कियां उसकी दीवानी भर थीं कई लड़कियों से प्रगाढ़ सम्बन्ध थे, उसके। रीमा का प्यार एक तरफा था, राजकुमार से कभी बात तक नहीं हुई थी, लेकिन दीवानापन था कि कम होने का नहीं ले रहा था। ख्यालों में राजकुमार तो ख्वाबों में राजकुमार हर जगह राजकुमार।
राजकुमार एक दिन अपने दोस्तों के साथ आ रहा था। तभी रीमा रास्ते में पड़ गई। ऑखें एक क्षण के लिए उससे टकरा गई रीमा सिहर गई। उसका प्यार परवान चढ़ने लगा। धीरे-धीरे राजकुमार के नजदीक आती गई। दोनों एक-दूसरे को दिलो-जान से चाहने लगे। कभी बाग में तो कभी किसी माॅल में मिलने लगे। राजकुमार उसे बार-बार छूने की कोशिश करता लेकिन वह "शादी के बाद" कह कर टाल जाती।
इसी बीच रीमा के पापा उसकी शादी के लिए दौड़-धूप करने लगे। रीमा ने पापा से साफ कह दिया, "वह राजकुमार से ही शादी करेगी।"
पापा ने पूछा, "कैसा लड़का है?"
रीमा ने कहा, "बहुत अच्छा, हैंडसम हैं, सुन्दर है, हँस-मुख है।क्या नहीं है उसके अन्दर।"
पापा ने कहा, "जीवन-साथी के रूप में देखो।"
रीमा ने कहा, "देख लिया है पापा, बहुत अच्छा जीवन साथी होगा।"
पापा ने कहा, "तब ठीक है।"
लेकिन पापा चैन से नहीं बैठे। राजकुमार के पीछे लग गये। उसकी दिनचर्या पर ध्यान देने लगे।
एक दिन पापा ने रीमा से कहा, "बेटा, आज शाम को होटल चलना है। जल्दी घर आ जाना।"
उस दिन पापा उसे एक होटल ले गये। खाने के लिए ऑर्डर दिया, तभी पापा की नजर राजकुमार पर पड़ी जो कुछ दूर पर पाँच लड़कों के साथ शराब पी रहा था, पापा ने रीमा को इशारा करके राजकुमार को दिखाया, रीमा राजकुमार का यह रूप देख आश्चर्य चकित रह गई।
पापा बोले, "अब क्या कहती अपने राजकुमार के लिए?"
रीमा ने कहा, "पापा, जो उचित समझें करें, मैं रास्ता भटक गयी थी।"
पापा ने कहा, "तुम केवल शारीरिक सुन्दरता देख रही थी, मैं तुम्हें यहाँ उसके मन की सुन्दरता दिखाने लाया हू।"
रीमा ने भावुक होते हुए कहा, "बहुत बदसूरत।"

आज के लिए इतना ही...धन्यवाद
अगर आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो कृपया कमेंट और शेयर करें... सुधीर श्रीवास्तव

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